I hope you all are doing beautiful things with this blessed Life… Today I’m sharing a new poem with you. Hope you’ll love it.
कुछ सवाल और कुछ जवाब।
पूछा मूझसे किसी ने!
कैसे दे दिया दिल उसे?
जिसे देखा न आंखों ने।
कैसे माना अपना उसे?
जिसे छुआ न हाथों ने।
कैसे सुन लिया तुमने उसे?
जिसे सुना न कानों ने।
कैसे भर लिया आगोश में उसे?
जिसे पकड़ा न इन बाहों ने।
जवाब दिया हमने भी!
खुली आंखें जब अंधी बन बैठी।
तब मन की आंखें देख बैठी।
जब बाहरी हाथ काम न कर पाए।
मेरे प्रेम के हाथ स्पर्श कर आए।
जब माया ने बेहरा कर दिया।
मेरी आत्मा ने उसे सुन लिया।
जब यहां सबने खुद से दूर कर दिया।
उसने अपने आगोश में भर लिया।
❤️❤️❤️❤️❤️
हां माना, पिया मेरे पास नहीं।
लेकिन पिया की याद तो है।
चलो माना पिया की याद भी नहीं।
लेकिन पिया की सुनने को बात तो है। 😌🤗
किसकी याद आई आपको इसे पढ़कर बताइएगा जरूर।
जय श्री हरि🌼💕💕💕
(Anyone in Delhi who can help me in getting a room or PG in nearby regions of Karol Bagh? Please help me if you can. Thank you.)
Pic Credits:- hinduwallpaper.com
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