ना मैं साधक ना कोई पुजारी
ध्यान से ना मेरा कोई नाता और ना कोई यारी
ना मैं जानूं कोई ज्ञान
मैं तो सिर्फ तेरी शरण आना चाहूँ
कैसे – कैसे मैं तुम्हें पाऊं ?
पूरी मिठाई तुम्हें भाते नहीं
अंग पे वस्त्र साहाते नहीं
भांग का गोला और व्यग्रह छाल कहाँ से लाऊं
मैं क्या अर्पित कर तुम्हें मनाऊं
कैसे – कैसे मैं तुम्हें पाऊँ ?
तुम्हरी मुस्कान मेरी ज़िन्दगी में उजाले लाती है
तेरी तस्वीर में मुझे सिर्फ उसकी (कान्हा ) झलक नज़र आती है
गुनगुनाती हूँ तुझे दिन रात किसी धुन की तरह मैं
ख़्वाहिश है की तेरे अधरों को छूती हुई मैं कभी तेरी बंसी बन जाऊं
कैसे – कैसे मैं तुम्हें पाऊँ ?
कहते हैं की तुम माँ की तरह सबका दुलार करते हो
सुख दुःख के भंवरजाल में फसें लोगों की नैय्या पार करते हो
तुम तो सदा से मेरे कान्हा हो
तो फिर मैं देवी रूप के लिए वो भक्ति कहाँ से लाऊँ
कैसे – कैसे मैं तुम्हें पाऊँ ?
पाप- पुण्य मैं नहीं जानती , किसी रीति- रिवाज़ को मैं नहीं मानती
जानती हूँ बहुत नादान और नापाक हूँ मैं , मगर तुम्हारे लिए मेरा भाव सच्चा है
हर रात सिसक सिसक कर तुम्हें याद करती हूँ
बोलो कब तक मैं अश्रु की ये धारा बहाऊँ ?
और किस जल से मैं तुम्हें अभिषेक कराऊँ?
कैसे- कैसे मैं तुम में समा जाऊं ?
बोलो बोलो ना प्रभु मैं कैसे तुम्हें पाऊँ ?
ENGLISH TRANSLATION
how can i find you
I am neither a seeker nor a priest
I don’t have any relation with meditation
i know no knowledge
I just want to take refuge in you
How – how can I find you?
You don’t like lavish platter
You don’t wear expensive clothes
Where can I get the cannabis ball and the tigers’ skin ?
what should i dedicate to you
how – how can i find you?
Your smile brings light to my life
In your picture I see only glimpse of him (Kanha)
I sing you day and night like a tune
I wish I could be your flute sometime touching your lips
how – how can i find you?
It is said that you caress everyone like a mother
You help people cross who are trapped in the whirlpool of happiness and sorrow.
you are but always my Kanha
Then from where do I get that devotion for the goddess form?
how – how can i find you?
I do not know sins and virtues,
I do not follow any customs
I know I am very naive and impure,
but my feeling for you is true
I miss you sobbing every night
Tell me, till when shall I shed this stream of tears?
And with what water shall I anoint you?
How do I merge into you?
Tell me, tell me Lord, how can I find you?
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