Hey dear friends, my spiritual journey has given me this one realisation that self love and self protection from the negative feelings of hurt, jealousy and resentment is the solution to many of our problems in life. If everyone tries to keep the flower of their heart in full bloom condition,then life in general will bloom on this mother Earth. So i have composed this poem in hindi to convey the message of my spiritual realisations. I hope,my dear readers will get some positivity from these lines!

                 ज़िन्दगी…….कुछ मेरे अल्फाज़

जिओ,क्योंकि जीने का नाम है ज़िन्दगी|

चाहे कैसा भी हो मंज़र, चाहे कैसे भी हों हालात, 

हौंसलो को संभाल, आगे बढ़ने का नाम है ज़िन्दगी|

जो हो गया, जो खो दिया,

ना बनाओ उसे आधार ग़मे ज़िन्दगी का|

करते जाओ पार हर तूफां,

ना बुझने दो दिया अपनी खुशी का||

रख मन को अपने शांत और सकारात्मक सदा, 

रह सतर्क, क्योंकि नकारात्मक विचार भी आएंगे,

पल पल तुझे देने दगा़||

तू कर विश्वास उस डिवाइन प्लान पर ,

self-love और self-work की डगर अपना|

बढ़ेगा जब इस पथ पर, तो हर मुश्किल तेरी होगी आसान|

कुछ तूफान गुज़र जाएंगे और कुछ को छोड़, तू आगे बढ़ जाना,

हर चुनौती से तू होगा विजयी, बस अगर नहीं भूलेगा मुस्कुराना||

बुझने न देना अपने दिल की खुशी, मासूमियत और सच्चाई को, 

चाहे कितनी भी हो मुश्किल,

चाहे कितनी भी रिश्तों की कशमकश में सिकाई हो||

बस यही खेल है यह ज़िन्दगी, 

मुश्किलें आएं, चाहे आएं तूफां, 

तुझे बढ़ना है आगे,

बस अपने दिल के दिए को, बुझने से बचा|

मत मुरझाने देना इस फूल को,

दुख, कलह, ईर्ष्या,

या औरों के व्यवहार के वशीभूत हो||

बस यही है इस जिंदगी का सार,

कि खुल कर जी ले तु यार, 

हंस कर जी ले तू यार||