तुम चाँद बनो, 

गहरे अंधेरों में किसी का साथ बनो, 

अकेलेपन में किसीकी याद बनो,

तुम चाँद बनो. 

कभी तुम ना भी रहो, 

पर तुम आओगे, 

आधे अधूरे ही सही, साथ निभाओगे, 

ऐसा किसीका भरोसा बनो,

तुम चाँद बनो. 

बहने दो बेवजह दिल से, 

कोमल सरिता प्यार की, 

और जलते तड़पते दिलोंकी, 

शीतल छाया बनो,

तुम चाँद बनो. 

कभी काले बादल छाएंगे,

लगेगा तुम्हारा वजूद मिटा देंगे, 

पर तुम हमेशा हो, सदा ही हो,

ऐसे अनंत का ध्यान बनो, 

तुम चाँद बनो. 

Om Shanti !

PS: So much to learn from this eternal moon, no? Think about it!