हुई बाँवरी तुम्हारे प्यार में 

हुई बाँवरी तुम्हारे प्यार में 

निस-दिन निस-दिन तुम्हे ध्याऊँ 

इस मेरे मन में,

जग को में भूल जाऊँ 

बस तेरे प्यार में।

निस-दिन निस-दिन तुम्हे ध्याऊँ

हुई बाँवरी तुम्हारे प्यार में।।

जीवन में एक खजाना मैंने

मैंने यह पा लिया  

प्रीतम तेरे प्रेम में 

सिमरन में करती रहूं।

निस-दिन निस-दिन तुम्हे ध्याऊँ

हुई बाँवरी तुम्हारे प्यार में।।

लोगों को में क्या बताऊँ 

में इन्हें ध्याऊँ, प्रेम में 

सुन सुन हुए सब हैरान 

करते वह फरमान जारी।

निस-दिन निस-दिन तुम्हे ध्याऊँ

हुई बाँवरी तुम्हारे प्यार में।।

कोई देखे, तोह आँख दिखाए 

कोई देख, तोह हस्सी उड़ाए 

किस किस को में क्या बताऊँ 

प्रसाद भगवान का जो मुझे मिला।

निस-दिन निस-दिन तुम्हे ध्याऊँ

हुई बाँवरी तुम्हारे प्यार में।।

पत्ता लगा जब प्रभु तुम्हारे 

में प्रसाद समझ हृदय लगाऊं 

मूढ़ गया मेरा जीवन 

बस तुम्हारे चरणों में।

निस-दिन निस-दिन तुम्हे ध्याऊँ

हुई बाँवरी तुम्हारे प्यार में।।

में दुनियाँ को क्या बताऊँ 

हस्सी उड़ाए, देख देख 

इस दुनिया का खेल अनोखा 

बस प्रभु से प्रीति सहाए।

निस-दिन निस-दिन तुम्हे ध्याऊँ

हुई बाँवरी तुम्हारे प्यार में।।

है सच्चा सुख उनके प्रेम में 

में तुम्हें क्या बताऊं

बस खज़ाना है यह

जो जीवन उस पार लगाए।

निस-दिन निस-दिन तुम्हे ध्याऊँ।

हुई बाँवरी तुम्हारे प्यार में।।

हुई बाँवरी तुम्हारे प्यार में।।

हुई बाँवरी तुम्हारे प्यार में।।

जय श्री हरि🙏

Love

Neelam Om 

P.S. A humble submission at the lotus of Bhagwan. Thank you for blessing me another day to sing your glories. Forever grateful to you for your love and everything in life.❤️🙏