जब से गये हो दूर,
जहां मैं जा नहीं सकती,
मुझे तुमसे शिक़ायत है कि
तुम ख़्वाब में आये नहीं,
यूँ तो तुम्हे देखती हूँ
मैं हर जगह…,
फिर भी लगता है कि तुम ,
ख़्वाब में आओ तो…,
तुमसे बात करूँ…,
तुम्हारे चहरे को भरके
हथेलियों में अपनी..,
देर तक देखूँ, और आँखों में भर लूँ,
फ़िर कहूँ तुमसे कि अब मुझसे
दूर मत होना…., तुम नहीं हो तो
मैं बिल्कुल ख़ाली हूँ…,
क्या भरूँ अपने भीतर ?
तुम्ही बताओ मुझे….?
वो जो बातें किया करते थे हम घंटो,
और वो एक पल में बीत जाते थे…,
अब वही पल बन गए हैं घन्टे…,
ऐसा लगता है कि कभी बीतेंगे नहीं…,
तुमसे रहती थी जो चेहरे पर रौनक,
उसको भी बहुत ग़म है तुम्हारे जाने का,
आती ही नहीं कितना भी मनाओ उसे….,
तो ऐसा करो कि आओ कभी ख़्वाबों में..,
पूरी कर लें वो हसरतें जो अधूरी हैं अभी…!😊😊
सुनीता….25/12/2021
Dear Readers,
Please bear with me for few more days…Let me & help me to over come with this grief which is unbearable at present..,
When I write something related to him, I feel better…I keep on Praying for him and my self, but let me tell you I remember him more than The God…I may be committing some kind of Sin…But this is what I am doing…!
As people say this shall pass too…I am waiting for that moment to come….!
One day..There will be a day when I will be healed but I want His memories to be with me till my last breath…..!
How Can I Forget my Man…???? Not Possible…..!
Thanks for being there…You all are awesome! 😊😊😊😊😊💐💐💐💐💐
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