सब कहते हैं, प्यार में सब दीवाने हो जातें है 

पर मेरा हाल तोह इस कदर बेहाल है 

जैसे मछली का बीन समंदर 

मोतियों जैसे अक्षरों को

माला में बिनती 

पर प्यार 

अक्षरों में बयां होता नहीं 

सोचते सोचते शाम ढल जाती है 

और रात में पिगल जाती हूँ 

और कब उनके ख्यालो में सवेरा जो जाता है 

पता, चलता नहीं 

क्या मोहब्बत में ऐसा ही होता है 

में पूछती हूँ ,खुदा से 

के आज कुछ बता दे 

यूँ न आँख मिचोली खेल 

मेरे इस दिल से 

थोड़ा सकूं मिले, इस मेरे दिल को 

कुछ तोह इकरार कर 

इंतज़ार में खड़िया गीन रही 

न जाने वह लम्हा 

कब दस्तक दे दे 

बस तमनना यही की 

उस खड़ी को, जी भर जी लूँ 

उसको अपने रूह में मिला लूँ 

बस जी लूँ 

उनके प्रेम में 

बस फन्ना हो जाऊं 

बस तू ही तू, 

और में तुझ में मिल जाऊं 

बस तेरी हो जाऊं |

Jai Sri Hari 🙏

Love,

Neelam Om

P.S. Though I am not a poet, but feel happy writing poems, so just share with you all. Sometimes they are good, sometimes what to say😁 they just as is, but I write with happiness in my heart. Hope you all enjoy reading them and resonate with them. Keep smiling, keep shining 🌟 May we all be blessed with divine love in our lives. 😊 Be joyful, be love, be happy. Do what makes you happy.