कुछ साल पहले की बात है मैं फ़ोन लिए बैठा था। कभी यु-ट्यूब कभी इंस्टाग्राम कभी कुछ कभी बुक…किसी में ध्यान नही था । मन अस्थिर था क्यों कि रास्ता स्पष्ट नही था। “मेरे जीवन की नाव घने सर्द कोहरे के बीच बिना किसी माझी के बहे जा रही थी, न कोई किनारा और न ही कोई मंजिल दिखाई देती थी रास्ता भी कठिन और उबाऊ था” यद्यपि किसी तरह का आदिभौतिक कष्ट मुझे न था फिर भी मन न जाने क्यो ख़ुश नही था। स्वयं को व्यस्त रखने के लिए मैं सारे जायज़-नाजायज़ तरीको पे अमल करता (पाठको को बताना चाहूंगा कि यहां मरे द्वारा लिखा गया सारा वाकया सच है मैं इसमें किसी कल्पना या लाग लपेट को शामिल नही कर रहा । सारा प्रयास पूज्यवर स्वामी जी के चरणों मे समर्पित है ) मैं ये बताने में ज़रा भी संकोच नहीं करूँगा मुझमे कुछ बुरी चीजों की एडिक्शन थी। स्वयं को झूठी दिलासा देने के लिए अनावश्यक चीजों में व्यस्त रहता मुझे फ़ोन की एडीक्शन हो गयी थी। मैं जितना ही अनावश्यक चीजों में इन्वॉल्व रहता साथ ही साथ मन मे क्षोभ और पश्याताप की एक अनंत खाई बनती जा रही थी। बचपन से ही कला हृदय और ईश्वर के प्रति अनन्य अनुराग होने के कारण मन का कोई एक कोना ये सब स्वीकारने को तैयार न था। अनियमित दिनचर्या,अब्रम्हचर्य, अनावश्यक घटनाक्रम इन सब मे मैं बुरी तरह लिप्त था। मैं घर से बाहर आया था कि मैं पढ़ाई कर सकूं और अपने लक्ष्य तक पहुच सकूँ पर मैं करने क्या लगा …ये सब! एक दिन पश्याताप की गहरी खाई ने मुझे निगल लिया…. ये तो होना ही था । मैं पारसियल फ्रस्टेसन में रहने लगा बाहर से तो मैं ठीक ही दिखता था पर अंदर से मैं खोखला हो चुका था। मैं खुद को कोसने लगा मेरा आत्मविश्वास ,भरोसा सब खत्म था। मैंने कही पढ़ा था कि ध्यान करने से मन शांत रहता है , मेमोरी पॉवर बढ़ती है इत्यादि बातें जो यू-ट्यूब में भरी पड़ी है ।हमे यू-ट्यूब में ध्यान या मेडिटेशन बस लिखना होता है और हज़ारों ध्यान करने की विधियों का वूफ़े लग जायेगा और हज़ारो ध्यान सिखाने और बताने वाले मिल जाएंगे । मजे की बात तो यह है कि इनमें से अनेकों को यू-ट्यूब से ही प्राप्ति भी हो चुकी है। ऐसा मैं नही उनके सुने अनुभवों के हवाले से कह सकता हूं। (मेरा उद्देश्य किसी व्यक्ति का उपहास करना नही है ये बस वो बातें मैंने लिखी जो मुझसे रूबरू हुईं ) परन्तु आज भी ऐसे महापुरुष ,देव पुरुष 💐💐💐 है जो निःस्वार्थ सेवा कर रहे है चाहे वर्चुअली या सीधे समाज से जुड़ कर। हम बहुत बहुत बहुत कृतज्ञ है की पूज्यवर स्वामी जी की छत्रछाया में है और ब्लैक लोटस एप्प के सतत मार्गदर्शन में है। वापस आते है😊मैने तुरंत विपश्यना के लिए रजिस्टर किया और 10 दिन के शिविर के लिए निकल गया। विपश्यना से आने के बाद नो डाउट मुझमे कुछ तब्दीली अवश्य आयी थी फिर भी मन मे प्रश्नों की एक लंबी श्रृंखला थी।मैं ध्यान करता रहा फिर एक दिन मैंने स्वामी जी का ध्यान वाला वीडियो देखा धीरे-धीरे मैंने और वीडियोस देखे मुझे बहुत ही सहज और प्रैक्टिकल बातें सुनने को मिल रही थी सम्भवतः स्वामी जी की कृपा होनी शुरू हो चुकी थी। अब मेरे दिन के दिन बस स्वामी जी के प्रवचनों में बीतने लगे एक नवीन विचारधारा और नयापन सा आने लगा। वर्षों का मन मे जमा मैल पिघलने लगा और फिर एक दिन आया जब मैंने “विज़न ऑफ गॉडेस” वाला वीडियो देखा। मेरे मन का बांध टूट गया 30 मिनट के वीडियो ने मेरे सारे अन्तःकरण को धवल कर दिया सारी जमीन स्वच्छ हो गयी । मेरे बचपन का ईश्वर के लिए अनुराग जैसे एक नए रूप में फिर लौट आया ।मन बहुत हल्का हो गया अब एक नई तरह की व्याकुलता ने जन्म लिया जो हमारे पूज्यनीय स्वामी जी के लिए थी और है ।”सर्द कोहरा छट चुका था और नीले आसमान में एक सुंदर तस्वीर दिख रही थी जो मुझे बार-बार अपने पास बुला रही थी” …… मुझे अभी तक पूज्यनीय स्वामी जी के दर्शनों का परम सौभाग्य प्राप्त नही हुआ😢 मन मे अथाह प्रेम लिए उनके आदेश की प्रतीक्षा में हूँ। …..”साष्टांग प्रणाम स्वामी जी💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
“मेरा प्रथम अनुभव”
'मुझे पता था कि मेरी अर्जी की सुनवाई हो चुकी है और मैं अब जल्द ही बाहर आऊंगा"
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