यदि गुरुदेव ना होते
तो क्या होता?
ये जीवन बहता कैसे?
महामाई-हरि की असीम करुणा
फैलाते दुनिया में कैसे?
यदि गुरुदेव ना होते
तो क्या होता?
ये जीवन बहता कैसे?
भले के लिए हर कोई बैठा,
अधम को यहाँ तारे कौन?
पापियों को कौन गले लगाता,
प्रेम लुटाये किसका मौन!
यदि गुरुदेव ना होते
तो क्या होता?
ये जीवन बहता कैसे?
टूटे दिलों तक जाता कौन
और कौन बाँटता हरिनाम?
अहम् से ऊपर उठा जाए कैसे,
कौन देता ये ब्रह्मज्ञान!
यदि गुरुदेव ना होते
तो क्या होता?
ये जीवन बहता कैसे?
घर-घर हर घर में अब होती
हरि-विग्रह की सेवा दिन-रात
नवरात्री महायज्ञ-साधना
कौन सिखाता कर्मकांड!
यदि गुरुदेव ना होते
तो क्या होता?
ये जीवन बहता कैसे?
गीता-भागवत-श्री विद्या
और देवी के गूढ़ ये राज़।
कौन सरलता से समझाता इनको?
मिश्री-सी किसकी आवाज़!
माँ से विरह सह गयें,
दिल उदार!
और बाँटे सभी में हरिनाम।
कौन देता डोगरा-काशी,
बद्रिका जैसे मुक्तिधाम?
यदि गुरुदेव ना होते
तो क्या होता?
ये जीवन बहता कैसे?
धर्म सनातन की सम्पदायें
है दुनिया के ये धन परम।
साधना app से इसको
सरल बनाया,
घर-घर पंहुचा नित्यकर्म!

श्री हरि-माई है प्रेम रस-वर्षा,
स्निग्धा है चातक का मन।
बूँद-बूँद वर्षा पीने के लिए
पकड़ी सद्गुरु के चरण!
यदि गुरुदेव ना होते
तो क्या होता?
ये जीवन बहता कैसे?

##ह्रदय-फाड़ प्रेम और आदर के साथ, मेरे मन, बुद्धि, विवेक, आत्मा, अहंकार, पंचकोषीय शरीर के एक-एक कलपुर्ज़े, मुंडी के एक-एक अंतु-तंतु, आँत-अँतड़ियाँ सहित यह जो भी ऊपर लिखवा लिया आपने सब आपके वो त्रिपुरा जैसे पिंकी-पिंकी श्री चरण कमलों में समर्पित, गुरुदेव। ❤️❤️

#The Pied Crested Cuckoo is also known as the Chataka. In Hindu mythology this bird is unable or unwilling to drink water found on earth and instead chooses to drink only fresh rain water as it falls from the sky. Legend has it that this bird never drinks water off the ground. And that however thirsty it may be, it supposedly drinks only rain water as it falls from the heavens. For this reason it has come to symbolise a true spiritual aspirant. 

#Rhyme scheme, rhythm adopted from a beautiful poem written by HH. Shri Jayapataka Swami of Iskcon.

#Some words are similar to the Hindi version of the poem sung by one of the most wonderful vaishnav bands, The Madhavas.

#Written solely for the purpose of melting the heart of Swamiji’s babies wen they think of Him while reading this.