।।राधा रमण लाल की जय।।
।।जय जय श्री राधे।।
बहुत समय पहले की बात है करीबन आज से 500 वर्ष पहले वृंदावन में एक संत रहते थे गोपाल भट्ट जी। गोपाल भट्ट जी चैतन्य महाप्रभु के प्रधान शिष्यों में से एक थे। महाप्रभुजी की आज्ञा से ही वृंदावन आए थे और उन्हें गंडकी नदी से कुछ शालिग्राम प्राप्त थे। सब का आकार अलग-अलग था, कुछ बड़े थे, कुछ मोटे थे , तो कुछ छोटे थे। गोपाल भट्ट जी सदैव अपने शालिग्राम की सेवा में मगन रहते थे। आठों पहर उन्हें दुलार करते रहते थे। एक दिन उस समय के जो शासक राजा थे जिनका उस समय शासन था वे वृंदावन आए और जहां जहां पर भी ठाकुर जी के विग्रह विराजमान है उन सब को श्रृंगार भेंट किया, भिन्न भिन्न प्रकार की पोशाक आभूषण दिए। लेकिन जब वे गोपाल भट्ट जी के पास आए और पूछा कि आपके ठाकुर जी कैसे हैं क्या आकार है और हमें पोशाक सेवा में देनी है तो गोपाल भट्ट जी के मन में बहुत ही पीड़ा हुई, हमारे ठाकुर तो शालिग्राम हैं इनको तो जरूरत ही नहीं है किसी भी कपड़े की इनको तो सिर्फ स्नान करा दो तुलसीदल दे दो चंदन दे दो इसी में प्रसन्न हो जाते है। इनका क्या श्रृंगार करेंगे। गोपाल भट्ट जी दुखी मन से सोच रहे थे कि काश हमारे पास भी ठाकुर होते, हम भी उनका श्रृंगार करते, प्यार दुलार करते। तो कहते हैं कि गोपाल भट्ट जी जब शालिग्राम जी शयन करके सुबह यमुना स्नान के लिए गए और वापिस आकर जब उन्होंने पर्दा खोला तो सबसे बड़े वाले शालिग्राम जो थे बहुत ही सुंदर मनमोहक, त्रिभंगी, वंशीधारी विग्रह में बदल चुके हैं। उन्हीं ठाकुर का नाम हुआ राधा रमण। जो राधा जी के हृदय में रमण करते हैं।
एक प्यारा सा भजन राधा रमण लाल जी का:
छीन ले हसके सबका ये मन
सखी री मेरो राधा रमण
राधा रमण प्यरो राधा रमण
मुखड़े को देख कोटि चन्दा लजाये
घुंघराली लट पे घटाए बारी जाये
घटाए बारी जाये
या के जादू भरे दो नयन
सखी री मेरो राधा रमण
पतली कमर है किंतु अंग है गठीले
अधरों पे अमृत है नैना नशीले
नैना नशीले या के नैना नशीले
थोड़ा बचपन है थोड़ा यौवन
सखी री मेरो राधा रमण
फूलन की सोहे गल माला वैजयंती
कमरिया काली और पटुका बसंती
पटुका बसंती या का पटुका बसंती
या के पैजनिया बाजे चरण
सखी री मेरो राधा रमण
राधा हृदय में करे रमण बिहारी
दोऊन की एक छवि लागे अति प्यारी
लागे अति प्यारी
राधा बिजुरी के साथ श्याम घन
सखी री मेरो राधा रमण
राधा रमण मेरो राधा रमण
छीन ले हस के सबका ये मन
सखी री मेरो राधा रमण
Wishing you all a very Happy Ram Navami!
Pic Credits: pinterest.com
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