Today is birthday of our very beautiful co-devotee Meera Om Ji. Everyone knows her, that’s what I feel. I remember when I started writing in os.me, Meera Dee was the person who used to comment on my all posts, till today she is constant. I was thinking at that time this lady is trying to converse with me and here was me who used to stop conversation with one sufficient reply. Time passed and I got to know about her. What wonderful soul she is. I visited Meera Dee on this rakshabandhan and it was my pleasure to meet her. (Didi jyada bol diya maine ab party de dena🤣🤣🤣)
So here are few lines for you Meera Dee…
कोई कहते है तुम्हें मां तो कोई सखी।
मैं क्या कहूं कुछ तुम हो मेरी प्यारी दीदी।
देखो नाम कितना सुंदर पाया है,
गिरिधर को तुमने यूं रिझाया है।
वात्सल्य से भरी तुम सबसे बतियाती हो,
जग से हटा के स्वामी से सबको जोड़ती हो।
खुद चाहे हो कुछ संकट, कभी नहीं घबराती हो,
हो पीढ़ा तो भी मदद करने को आ जाती हो।
है नहीं कोई चिंता इन्हें प्यार भरा है इनका रवैया,
बच के रहना लेना ना पंगा, हनुमान हैं इनके भैया।
क्या होता है एक भाव सेवा का ये हमें दिखाती हैं,
सेवा करने स्वामी को तीन दिन पहले धरा पर आ जाती हैं।
है जन्मदिन आज इनका सब देना इनको बधाई,
करना सब अच्छे से wish जो चाहते हो इनसे मिठाई।
तुम खुश रहो सदा प्रसन्न रहो सेवा में रहो,
जहां भी रहो बस स्वामी के भाव में रहो।
जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं।
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