Jai Sri Hari!

I’m sharing a Bhajan which I wrote today by her grace.

मेरे हृदय कमल में आओ मां।
आकर के फिर ना जाओ मां।।

भवतारिणी भव ताप हरो,
मंगल चंडिका मंगल करो।

मां लगाओ तुम आसान अब,
मेरे ह्रदय को श्मशान करो,
ना मोह हो न ममता हो,
हर भाव में समता भरो।(1)

मेरे हृदय कमल में आओ मां।
आकर के फिर ना जाओ मां।।

मेरे नेत्रों में मां कालिका,
आकर के निवास करो,
जहां देखूं विकार मैं,
वहीं उसको तुम भस्म करो। (2)

मेरे हृदय कमल में आओ मां।
आकर के फिर ना जाओ मां।।

मेरे चित्त में मां भट्टारिका,
श्री नगर को स्थापित करो,
जाओ ना तुम छोड़ के,
ऐसी मुझमें भक्ति भरो। (3)

मेरे हृदय कमल में आओ मां।
आकर के फिर ना जाओ मां।।

यही प्रार्थना है दास की,
इसको मां स्वीकार करो,
जन्म ये आखिरी हो या ना हो,
हर जन्म आप ही मां बनो। (4)

मेरे हृदय कमल में आओ मां।
आकर के फिर ना जाओ मां।।

।।जय मां जय मां जय मां जय मां।।

Listen to Mere Hriday Kamal me Aao Maa… by Abhishek Sharma on #SoundCloud
soundcloud.app

Pic Credits: Instagram-@praner_dakshineswar