कल रात को मैं अपने स्टडी टेबल पे बैठा था।स्वामी जी के वीडियो देख रहा था। प्लेलिस्ट स्क्रोल करते-करते मैं “रेड बूट” टाइटल के वेडिओ को देखने लगा। वीडियो ऑटिज़्म के ऊपर था। मैं उस स्टोरी को पढ़ने लगा साथ मे बैकग्राउंड में इंग्लोरिअस बस्डर्स का पियानो बज रहा था । स्टोरी और म्यूजिक दोनों ही बड़े नजाकत के साथ आगे चल रहा था। मुझे पता नही क्या हुआ वो मनमोहक पियानो की ध्वनि और उस बच्चे की स्टोरी दोनों से मुझे अथाह ममता जागी और स्वामी जी के प्रति बहुत प्रेम आया।

एक कविता मेरे ज़ेहन में उपजी आगे लिख रहा हूँ।

 

भाव ,मन  अर्पित करूं
त्याग सारी सुख परिधि को ,
भक्ति सरिता , करुण मन से
शांत ,शीतल ,सलिल वन में
टेरता “श्री” नाम जप को
खर्च निज जीवन करूं
भाव ,मन अर्पित करूं

सत्य खोजूं चतुर्दिश में
मूल अटका निज हृदय में
योग,माया, द्वैत सारे
द्वंद को पीछे रखूँ
एक केवल “गुरु चरण” की
भाव ,सेवा स्वप्न रख कर
कच्छपी की चाल से ही
पूर्ण निज यात्रा करूँ
भाव,मन अर्पित करूँ

स्वामी जी के चरणों मे समर्पित अक्षम शिशु😢🌼🌼🌼🌼💐💐💐💐💐💐💐