Lord Rama was visiting Janakpuri with his Guru Vishwamitra and there at Janakpuri, Swanyavar of Maa Sita was going on.
Sri Rama went to the garden to bring some flowers for his Guru’s pooja and that’s the place where Maa and Prabhu met for the very first time in leela and a devotee wrote a beautiful bhajan, describing this leela, how Maa and Prabhu met and what Sehchari of Maa Sita doing.
Bhajan goes like this:
राम को देख कर के जनक नंदिनी,
बाग में वो खड़ी की खड़ी रह गयी-
राम देखे सिया माँ सिया राम को,
चार अखियां लड़ी की लड़ी रह गयी॥
थे जनक पुर गये देखने के लिए,
सारी सखियाँ झरोखन से झाँकन लगी
देखते ही नजर मिल गयी दोनों की,
जो जहाँ थी खड़ी की खड़ी रह गयी॥
॥श्री राम को देख कर के श्री जनक नंदिनी…॥
बोली है इक सखी राम को देखकर,
रच दिए है विधाता ने जोड़ी सुघर।
पर धनुष कैसे तोड़ेंगे वारे कुंवर,
सब में शंका बनी की बनी रह गयी॥
॥श्री राम को देख कर के श्री जनक नंदिनी…॥
बोली दूजी सखी छोट देखन में है,
पर चमत्कार इनका नहीं जानती।
एक ही बाण में ताड़का राक्षसी,
उठ सकी ना पड़ी की पड़ी रह गयी॥
॥श्री राम को देख कर के श्री जनक नंदिनी…॥
राम को देख कर के जनक नंदिनी,
बाग में वो खड़ी की खड़ी रह गयी।
राम देखे सिया को सिया राम को,
चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी॥
Listen to this beautiful Bhajan in the voice of Maithili Thakur:
Pic Credits: https://pin.it/4Y6Kr1U
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