Hello family…..
I try to write my posts in english but the peace which I found in Hindi that’s beyond these words…
Dil ke jazbaaton ko shabdon me boonta hu…….
Ees bheed se bhare jahan me mai tujhe chunta hu…..
Here’s my another poem…
किसे पता है?
किसे पता है?
कि तुम मेरे हो।
मैंने किसी से नहीं कहा,
कि तुम मेरे हो।
इंतजार कर रहा हूं कि तुम आके कहो,
कि तुम मेरे हो।
किसे पता है?
कि ये मोहब्बत एक तरफा है।
एक तरफा है लेकिन,
सिर्फ तुमसे है।
ना किसी से कहूं ना किसी की सुनूं,
बस जानूं इतना कि तुम मेरे हो।
किसे पता है?
कि तुम मुझसे मिले भी नहीं हो।
लेकिन मुझे पता है,
मेरी यादों में हर पल तुम मुझसे मिले हो।
एक डर है तुम्हें खोने का,
लोगों की नज़र पाक नहीं।
इसलिए सबसे छुपा के,
इस दिल में तुम्हें रखा है।
हां आज मेरे पास नहीं हो तुम,
कोई गम नहीं इसका।
किसे पता है?
कल क्या होने वाला है।
Pic Credits: peakpx.com
Comments & Discussion
18 COMMENTS
Please login to read members' comments and participate in the discussion.