🌺जय श्री हरि परिवार🌺

बिस्तर में पड़े-पड़े os.me में सैर कर रहा था, मैंने सोचा बहुत दिनों से कुछ यहाँ लिखना नही हुआ, कुछ व्यस्तता के चलते कलम उठाने और चिंतन के रथ को साधने की फुर्सत न मिली, फिर अचानक से ख़्याल आया, क्यों न आलस पर ही कुछ लिखा जाए🤔 ,आलस करते हुए  😁😁😁 बिस्तराधीन अवस्था मे ही मेरी उंगलियों ने थोड़ा श्रम किया और फ़ोन में ही तब्बक-तब्बक भागने लगीं (लैपटॉप की अनुपस्थिति के कारण मेरी उंगलियों के परिवार में वयस्क अंगूठों को ही सारा परिश्रम करना पड़ता है, मध्यमा, अनामिका और कनिष्ठिका बस मजे से फ़ोन को आलिंगन भर देतीं हैं)  इस तरह आलसनगर में मैंने कुछ रचने का प्रयास किया है ,आशा है आप सब को पसंद आये। और हां,उन गुणीजनों को साष्टांग प्रणाम जो ये पोस्ट बिस्तराधीन हो के पढ़ रहें हैं🙇🙇🤣🤣।  

                             

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          आलस बिन कछु सुख नहीं, निद्रा बिन सब सून।
            जो प्राणी आलस करै, सुख पावै अन्तविहीन ।      

क्या आप सुबह जल्दी उठना चाहते हैं?
क्या आप भी चाहते हैं कुत्ते जैसी जागृत नींद?
क्या आप भी सुबह उठकर किसी को इम्प्रेस करना चाहते हैं?

सावधान! ये पोस्ट आपके लिए नहीँ है।
हां ,रात को देर से बिस्तर में अज़गरबाजी करनी हो या घोड़े को नीलाम कर के सोना हो ,तब आपका हृदय की खाईयों से स्वागत है। बिस्तर में टांग पसार ऑक्टोपस बन के लोटने में जो आनंद है वो साधारण सी नींद में कहां? सब नींद कम करने की विधियों की खोज में व्यर्थ ही वक़्त ज़ाया करते हैं। अरे! भाई थोड़ा सा कम ही सो लोगे तो कौन सा तीर मार लिया ।

आओ मैं तुन्हें सिखाता हूँ वराह की तरह निद्रा और आलस का गुण, शर्त लगाता हूँ! मात्र कुछ दिनों की ही आलस साधना में आलस देवी तुम्हे “चिरआलसी” होने का वर देंगी और तुम घर मे यत्र-तत्र कहीं भी आलस में लोट सकने में सक्षम हो सकोगे।
मेरा विश्वास है कि नित अभ्यास से तुम एक दिन आलस सिद्धि ज़रूर कर सकोगे और आलसनगर में एक आलीशान आलसी कहाओगे।
करना क्या होगा?
सुबह 10 बजे शैया त्यागने के पश्यात किसी दूसरे बिस्तर में जाके आधे घंटे के लिए  सोना होगा होगा। फिर मम्मी ,दीदी, पापा ,भैया जो भी घर मे हों उनकी ताज़ा गाली खाने के उपरांत हीआंख मीचते हुए किचन में प्रवेश करना है, प्रवेश करते हुए आप को आंख पूरी नहीं खोलनी है।
यदि प्यास लगी हो तो पानी पी सकते हैं नही तो कॉफ़ी या चाय जो रुचिकर हो पियें, तत्पश्यात फ़ोन उठाना है (यदि फ़ोन डिस्चार्ज है तो इसका मतलब आप श्रेष्ठ साधक है ,क्यों कि रात में बैट्री डाउन होने तक आपने फ़ोन को छोड़ा नहीं, फिर फ़ोन ऑफ होने के बाद आपको फ़ोन से विरक्ति उत्त्पन्न हुई जो परम् आलसी के लक्षण हैं)
 अगर फ़ोन बंद है तो टीवी या लैपटॉप जो पास में हो उसे ऑन करना है और कुछ न कुछ देखते रहना है। फ़ोन की आवश्यकता पड़ सकती है इसलिए छोटे भाई ,मम्मी या दीदी को फ़ोन चार्ज करने के लिए कह सकते हैं स्वयं चार्ज के लिए उठना वर्जित है।
बिस्तर साधना संपन्न होने के पश्चात काउच या सोफे में शवासन करना है साथ ही टीवी देखना या कोई बढ़िया म्यूजिक सुनना है यह गुण आलसी को समाधि का स्वाद देते हैैं।

…….जारी है।

T&C  आलस साधना में निजी जोखिम की प्रबल संभावना है ,मसलन मम्मी के बेलन ,चिमटे का आशीष और पापा की चरण पादुका से अभिषेक हो सकता है।  इसे निजी जोखिम में ही करें । मैं  इसके फलों की पुष्टि नहीं करता   😁😁😁😁😁

Image credit: googal baba